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Daily Follow-Up: Keep Up With Me

Wall-Mounted Hooks: A Must-Have Home Organizer for Every Indian Household

  Introduction: In every Indian household, space is a luxury, and organizing your home efficiently is key to maintaining a clean and clutter-free environment. Whether you live in a bustling city apartment or a spacious suburban home, wall-mounted hooks are an essential tool for maximizing space and keeping your home neat and tidy. The Wall-Mounted Hook is one of the most versatile and practical items you can have in your home. It provides an easy and stylish way to hang and organize various household items, from coats and hats to bags, towels, and keys. Whether you're looking to save space or keep your home more organized, wall-mounted hooks are the perfect solution. In this blog post, we'll explore the many benefits of using Wall-Mounted Hooks in your Indian home, their practical applications, and why they are a must-have in every room. Read on to discover how these simple yet effective tools can transform your living space. For more details or to purchase, visit: Buy Wall-M...

Black Garbage Bags: The Ultimate Solution for Clean and Organized Homes in India

  Introduction: In every household across India, cleanliness is a priority. But maintaining a clean environment starts with choosing the right products to manage waste. One such essential item is the black garbage bag . Whether you're managing kitchen waste, outdoor trash, or office waste, the quality of your garbage bag plays a critical role in ensuring cleanliness and convenience. Introducing the Black Garbage Bags , a reliable solution to help you keep your space organized and waste-free. This blog will explore the many reasons why black garbage bags are indispensable in every Indian household, the benefits they offer, and why they're an ideal choice for your home. Let's dive into the details! For more information or to purchase, visit: Buy Black Garbage Bags Now Key Features of Black Garbage Bags: Heavy-Duty and Durable: The Black Garbage Bags are designed to handle heavy loads without tearing or breaking. Made from high-quality materials, these bags are perfect for ...

Double-Sided Multipurpose Microfiber Cloth: The Ultimate Stainless Steel Scrubber and Non-Scratch Kitchen Dishcloth for Your Home

  Introduction: In every Indian household, cleanliness is of paramount importance. Kitchen cleaning can be a tedious task, but having the right cleaning tools can make a huge difference. Introducing the Double-Sided Multipurpose Microfiber Cloth with Stainless Steel Scrubber , the perfect non-scratch kitchen scrub cloth. Measuring 20 x 20 cm, this durable and highly efficient cleaning cloth promises to make your daily kitchen chores quicker, easier, and more effective. Whether you’re tackling greasy dishes, stubborn stains, or general kitchen cleanup, this cloth is your new best friend. In this blog post, we will explore why the Double-Sided Multipurpose Microfiber Cloth is a must-have in every Indian kitchen. We’ll also dive into its key features, benefits, and how it can make your cleaning routine a breeze. Plus, we will provide a direct link for you to purchase this amazing product. Check out the product here: Buy the Double-Sided Multipurpose Microfiber Cloth Now Key Features ...

भगवद गीता अध्याय 18: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 18, जिसे "मोक्षसंन्यास योग" या "कर्म योग" भी कहा जाता है, जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेशों में से एक है। इसमें भगवान श्री कृष्ण ने कर्म, त्याग, संन्यास, और योग के गहरे रहस्यों का खुलासा किया। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने यह बताया कि कर्म के बिना जीवन अधूरा होता है, लेकिन जब कर्म को सही तरीके से किया जाए, तो वह हमें मोक्ष की ओर ले जाता है। यह अध्याय जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेशों को प्रदान करता है और हमें आत्मा के सर्वोत्तम रूप की प्राप्ति के लिए मार्गदर्शन करता है। इस ब्लॉग में हम गीता के इस अध्याय के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का संस्कृत और हिंदी अनुवाद के साथ गहराई से विश्लेषण करेंगे। हम आपको समझाने का प्रयास करेंगे कि कैसे गीता के इन श्लोकों के माध्यम से आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। साथ ही, आपको इस ब्लॉग में " https://mavall.in/ " पर गीता के अध्यायों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए लिंक मिलेगा। Introduction: भगवद गीता के अंतिम अध्याय 18 में भगवान श्री कृष्ण ने कर्म, त्याग, और संन्यास के विषय में गहरा उपदेश दिया ...

भगवद गीता अध्याय 17: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 17 "श्रद्धात्रयविभाग योग" जीवन में श्रद्धा और विश्वास के महत्व को दर्शाता है। इसमें भगवान श्री कृष्ण ने बताया कि किस प्रकार से हमारी श्रद्धा हमारे कर्मों और विचारों को प्रभावित करती है। यह अध्याय श्रद्धा के तीन प्रकारों—सात्विक, राजसी, और तामसी—का विश्लेषण करता है और बताता है कि श्रद्धा का प्रत्येक रूप हमारे जीवन के अलग-अलग पहलुओं को प्रभावित करता है। इस ब्लॉग में हम गीता के इस अध्याय के श्लोकों का संस्कृत और हिंदी अनुवाद के साथ विश्लेषण करेंगे, ताकि भारतीय लोग इन उपदेशों से अपने जीवन को सही दिशा में बदल सकें। अधिक जानकारी और गीता के अन्य अध्यायों पर लेख पढ़ने के लिए आप https://mavall.in/ पर जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता के अध्याय 17 में भगवान श्री कृष्ण ने श्रद्धा की शक्ति को समझाया है। श्री कृष्ण के अनुसार, श्रद्धा न केवल धार्मिक कर्मों में, बल्कि हमारे सभी कार्यों, विचारों और निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस अध्याय में भगवान ने तीन प्रकार की श्रद्धा का वर्णन किया है: सात्विक श्रद्धा, राजसी श्रद्धा, और तामसी श्रद्धा। इन तीनों प्रकार ...

भगवद गीता अध्याय 16: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 16 "दैवी संपद व राक्षसी संपद" मानव जीवन के दो प्रमुख पहलुओं—दैवी (ईश्वरीय) और राक्षसी (अधम) गुणों—का विश्लेषण करता है। इसमें भगवान श्री कृष्ण ने बताया है कि जीवन में सफल होने के लिए ईश्वरीय गुणों का विकास करना चाहिए, जबकि राक्षसी गुण व्यक्ति को अव्यक्त, अधम और असफल बनाते हैं। इस अध्याय के माध्यम से भगवान ने हमें यह समझाया कि हमें किस प्रकार अपने आचार-व्यवहार, सोच, और कर्मों में सुधार करके दैवी गुणों को अपनाना चाहिए, ताकि हम जीवन में उच्च उद्देश्य प्राप्त कर सकें। इस ब्लॉग में हम गीता के इस अध्याय के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ गहराई से विश्लेषण करेंगे, ताकि भारतीय लोग इन उपदेशों से अपने जीवन को सही दिशा में बदल सकें। अधिक जानकारी और गीता के अन्य अध्यायों पर लेख पढ़ने के लिए आप https://mavall.in/ पर जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता का अध्याय 16 "दैवी संपद व राक्षसी संपद" जीवन के दो विपरीत गुणों के बारे में विस्तार से बताता है—दैवी गुण और राक्षसी गुण। भगवान श्री कृष्ण ने इस अध्याय में स्पष्ट रूप से बताया कि जिन व...

भगवद गीता अध्याय 15: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 15 "पुरुषोत्तम योग" जीवन के सर्वोत्तम सत्य को उजागर करता है और आत्मा के वास्तविक रूप को पहचानने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने संसार के वास्तविक स्वरूप को समझाया और बताया कि आत्मा अविनाशी है, जबकि शरीर और संसार नश्वर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संसार को छोड़कर केवल परमात्मा की भक्ति और ज्ञान ही जीवन का सर्वोत्तम मार्ग है। इस ब्लॉग में हम गीता के इस अध्याय के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ विश्लेषण करेंगे, ताकि भारतीय लोग इन उपदेशों से अपने जीवन को सही दिशा में बदल सकें। अधिक जानकारी के लिए और गीता के अन्य अध्यायों पर लेख पढ़ने के लिए आप https://mavall.in/ पर जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता का अध्याय 15 "पुरुषोत्तम योग" अपने आप में एक अद्भुत अध्याय है, जो हमें जीवन के सर्वोत्तम सत्य और आत्मा के शाश्वत रूप को समझाने का प्रयास करता है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने संसार के इस नश्वर रूप को और उस परम सत्य को स्पष्ट किया, जो हर प्राणी के भीतर निवास करता है। इस अध्याय में आत्मा, ...

भगवद गीता अध्याय 14: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 14 "गुण त्रय विभाग योग" में भगवान श्री कृष्ण ने जीवन के गुणों और कर्मों का अत्यंत गहरा विश्लेषण किया है। इस अध्याय में श्री कृष्ण ने बताया कि मानव जीवन में तीन प्रमुख गुण—सत्व, रजस और तमस—किस प्रकार से कार्य करते हैं और कैसे ये गुण हमारे व्यवहार, सोच, और जीवन के निर्णयों को प्रभावित करते हैं। यह अध्याय हमें हमारे भीतर छुपे गुणों को पहचानने और संतुलन बनाने के लिए महत्वपूर्ण उपदेश देता है। इस ब्लॉग में हम गीता के इस अध्याय के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ विस्तार से वर्णन करेंगे, ताकि भारतीय लोग इन उपदेशों से अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदल सकें। अधिक जानकारी के लिए और गीता के अन्य अध्यायों पर लेख पढ़ने के लिए आप https://mavall.in/ पर जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता का अध्याय 14 "गुण त्रय विभाग योग" हमारे जीवन के तीन मुख्य गुण—सत्व (शुद्धता), रजस (जिज्ञासा और क्रिया), और तमस (अज्ञानता)—के बारे में विस्तृत रूप से बताता है। भगवान श्री कृष्ण ने इस अध्याय में इन गुणों के प्रभाव को समझाया और यह बताया कि कैसे हम इन ...

भगवद गीता अध्याय 13: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 13 "क्षेत्र-क्षेत्रज्ञ विभाग योग" जीवन के रहस्यों को उजागर करता है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से शरीर और आत्मा के अंतर को समझाया और यह बताया कि शरीर एक खेत (क्षेत्र) है, और आत्मा उस खेत का जानने वाला (क्षेत्रज्ञ) है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने सच्चे ज्ञान, आत्मज्ञान, और हमारे वास्तविक स्वरूप के बारे में अद्वितीय उपदेश दिए हैं। गीता के इस अध्याय के श्लोक जीवन को सही दिशा में चलाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस ब्लॉग में हम "भगवद गीता अध्याय 13: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए" प्रस्तुत करेंगे, ताकि आप इन उपदेशों को अपने जीवन में लागू कर सकें और एक बेहतर जीवन जी सकें। इस लेख में हम गीता के इस अध्याय के कुछ प्रमुख श्लोकों का अर्थ और उनके जीवन में महत्व को समझेंगे। आप अधिक जानकारी के लिए https://mavall.in/ पर भी जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता के अध्याय 13 का नाम "क्षेत्र-क्षेत्रज्ञ विभाग योग" है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को यह ज्ञान दिया कि शरीर केवल आत्मा का...

भगवद गीता अध्याय 12: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 12 "भक्ति योग" में भगवान श्री कृष्ण ने भक्ति के महत्व और उसकी प्रकृति के बारे में विस्तृत रूप से समझाया। इस अध्याय में भगवान ने बताया कि भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति सबसे सरल और सशक्त मार्ग है, जो व्यक्ति को आत्मा के सर्वोच्च ज्ञान और शांति की प्राप्ति कराता है। गीता के इस अध्याय में भक्ति के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया है, और यह अध्याय जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेशों से भरा हुआ है। इस ब्लॉग में हम आपको गीता के इस अध्याय के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों को संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ प्रस्तुत करेंगे, ताकि भारतीय लोग इन श्लोकों से प्रेरणा प्राप्त कर सकें। इसके साथ ही, हम यह भी बताएंगे कि इन श्लोकों का हमारे जीवन में क्या महत्व है और कैसे हम इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। आप और अधिक जानकारी और उपदेशों के लिए https://mavall.in/ लिंक पर भी जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता का अध्याय 12 "भक्ति योग" भक्ति के मार्ग को सर्वोत्तम मार्ग मानता है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने बताया कि भक्ति के माध्यम से हम भगवान से सीधा संबंध स्थापित...

भगवद गीता अध्याय 11: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता का अध्याय 11 "विश्वरूप दर्शन योग" में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपना दिव्य और विराट रूप दिखाया। इस अध्याय में भगवान ने अर्जुन को यह समझाया कि वे समस्त सृष्टि के परम स्रोत हैं, और उनका वास्तविक रूप साधारण मानव समझ से परे है। गीता के इस अध्याय के श्लोकों में भगवान श्री कृष्ण के अद्वितीय और दिव्य स्वरूप की झलक मिलती है। इस लेख में हम "भगवद गीता अध्याय 11: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए" प्रस्तुत करेंगे, ताकि हर भारतीय व्यक्ति इन उपदेशों को अपने जीवन में उतार सके। इस ब्लॉग में हम गीता के इस अध्याय के महत्वपूर्ण श्लोकों के अर्थ और उनके जीवन में प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। आप अधिक जानकारी और उपदेशों के लिए हमारे वेबसाइट लिंक https://mavall.in/ पर भी जा सकते हैं। Introduction: भगवद गीता का अध्याय 11 "विश्वरूप दर्शन योग" भगवान श्री कृष्ण का अत्यंत अद्भुत और दिव्य दर्शन है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपना विराट रूप दिखाया और उसे संसार की सृष्टि और संहार का रहस्य समझाया। अर्जु...

भगवद गीता अध्याय 10: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

 भगवद गीता भारतीय दर्शन का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन, कर्म, धर्म और अध्यात्म के महत्वपूर्ण उपदेश दिए हैं। गीता का हर अध्याय अपने आप में अद्वितीय है, और अध्याय 10 (विश्वरूप दर्शन योग) में भगवान श्री कृष्ण ने अपने दिव्य रूप को अर्जुन को प्रदर्शित किया है। इस लेख में हम आपको गीता के इस महत्वपूर्ण अध्याय के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों को संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ प्रस्तुत करेंगे, ताकि आप जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेशों को समझ सकें। साथ ही, हम बताएंगे कि इन श्लोकों का हमारे जीवन में क्या महत्व है और कैसे हम इन उपदेशों का पालन कर सकते हैं। भगवद गीता का अध्याय 10 "विश्वरूप दर्शन योग" सबसे महत्वपूर्ण अध्यायों में से एक है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपना परम रूप दिखाया और उन्हें यह बताया कि वह समस्त सृष्टि के अदृश्य स्रोत हैं। इस अध्याय के श्लोक जीवन के अनमोल उपदेशों से भरपूर हैं। "भगवद गीता अध्याय 10: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए" इस ब्लॉग का उद्देश्य गीता के इस अध्याय के ...

भगवद गीता अध्याय 9: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

  भगवद गीता के प्रत्येक अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने जीवन के गहरे सत्य को उजागर किया है, और उनके श्लोक आज भी हमारे जीवन को प्रेरित करने का काम करते हैं। अध्याय 9 , जिसे "राजविद्या राजगुह्य योग" कहा जाता है, भगवान के सर्वोच्च ज्ञान और भक्ति के विषय में है। इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण ने राज और गुप्त विद्या को बताया है, जो संसार की सबसे ऊँची और सबसे अद्भुत ज्ञान है। इसके माध्यम से भगवान ने बताया कि भक्ति का मार्ग और अपने अद्वितीय रूप को पहचानने का तरीका क्या है। इस ब्लॉग में हम भगवद गीता अध्याय 9 के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का संस्कृत और हिंदी अनुवाद करेंगे, ताकि आप इन श्लोकों से जीवन के महत्वपूर्ण उपदेशों को समझ सकें। अधिक जानकारी के लिए और गीता के हर अध्याय को गहराई से जानने के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट https://mavall.in/ पर जाएं। भगवद गीता अध्याय 9: राजविद्या राजगुह्य योग अध्याय 9 में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि जो व्यक्ति इस ब्रह्मांड के सत्य को समझता है, वह स्वयं को परमात्मा के साथ जोड़ सकता है। भगवान ने इस अध्याय में भक्ति, ज्ञान, और सच्चे आत्मा के मार्ग के ...

भगवद गीता अध्याय 8: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

  भगवद गीता के प्रत्येक अध्याय में जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया है। इन अध्यायों का उद्देश्य मानवता को जीवन जीने की सही दिशा दिखाना और आध्यात्मिक उन्नति की ओर मार्गदर्शन करना है। अध्याय 8 , जिसे "अक्षर ब्रह्म योग" के नाम से जाना जाता है, परमात्मा की परम प्रकृति, आत्मा का स्थान और मृत्यु के बाद की यात्रा पर आधारित है। इस अध्याय के श्लोक जीवन के गहरे सत्य को उजागर करते हैं और यह हमें आत्मा और परमात्मा के अद्वितीय संबंध को समझाने में मदद करते हैं। इस ब्लॉग में हम भगवद गीता अध्याय 8 के सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का संस्कृत और हिंदी अनुवाद करेंगे, ताकि आप इन श्लोकों से जीवन के महत्वपूर्ण उपदेशों को समझ सकें। यदि आप गीता के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया हमारी वेबसाइट https://mavall.in/ पर जाएं। यहाँ आपको गीता के प्रत्येक अध्याय से जुड़ी जानकारी मिलेगी। भगवद गीता अध्याय 8: अक्षर ब्रह्म योग अध्याय 8 में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन के बाद की यात्रा के बारे में बताया और आत्मा के अमर होने का रहस्य समझाया। इस अध्याय में श्री कृष्ण ने कहा कि जो व्यक्ति अक्षर ब्रह्...

भगवद गीता अध्याय 7: सर्वश्रेष्ठ श्लोक संस्कृत में और हिंदी अनुवाद के साथ भारतीय लोगों के लिए | जीवन के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश

  भगवद गीता हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन के गहरे अर्थ समझाए। गीता के प्रत्येक अध्याय में एक विशिष्ट ज्ञान का संकलन किया गया है, जो हमें जीवन की जटिलताओं से पार पाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। अध्याय 7 , जिसे "ज्ञान-विज्ञान योग" के नाम से जाना जाता है, विशेष रूप से आत्मज्ञान, भगवान की सर्वोच्चता, और उनके दिव्य स्वरूप की पहचान पर आधारित है। भगवद गीता अध्याय 7 में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को ज्ञान और विज्ञान के माध्यम से ब्रह्मा के सर्वोच्च रूप को पहचानने का तरीका बताया। इस अध्याय में भगवान ने यह समझाया कि ब्रह्म और जीवात्मा के संबंध को समझने से आत्मज्ञान प्राप्त होता है। इस ब्लॉग में हम भगवद गीता अध्याय 7 के श्लोकों का संस्कृत और हिंदी अनुवाद करेंगे, ताकि आप इन श्लोकों से जीवन के महत्वपूर्ण उपदेश प्राप्त कर सकें। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाइट https://mavall.in/ पर जाएं। यहां आपको गीता के हर अध्याय से संबंधित जानकारी मिलेगी। भगवद गीता अध्याय 7: ज्ञान और विज्ञान का योग अध्याय 7 में भगवान श्री कृष्ण...